यह एक प्लास्टर मूर्तिकला है जिसमें एक सुंदर महिला आकृति को दर्शाया गया है, जो शास्त्रीय पश्चिमी कला शैली का एक विशिष्ट कार्य है।
प्लास्टर से बनी यह मूर्ति उत्कृष्ट शिल्पकला का प्रदर्शन करती है। इस मूर्ति में सुंदर मुद्राएँ हैं और लहराती हुई पोशाकें गति की भावना को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं। चेहरे के भाव और केशविन्यास इसके आकर्षण को और बढ़ा देते हैं। मूर्ति के बगल में एक ज्वाला जैसी आकृति है, जो संभवतः पौराणिक कथाओं या प्रतीकात्मक अर्थों से इसका संबंध दर्शाती है। यह मूर्ति शास्त्रीय स्थापत्य कला के विवरणों के साथ एक अलंकृत पीठिका पर खड़ी है, जो इसकी कलात्मक और सुरुचिपूर्ण प्रकृति को और निखारती है।
इस तरह की प्लास्टर की मूर्तियाँ अपनी बारीक बारीकियों और शास्त्रीय आकृतियों की सुंदरता को पुनः प्रस्तुत करने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं। ये न केवल उत्कृष्ट सजावटी वस्तुएँ हैं जो विभिन्न स्थानों में शास्त्रीय लालित्य का स्पर्श ला सकती हैं, बल्कि पश्चिमी मूर्तिकला कला की गहन विरासत को प्रतिबिंबित करने वाले महत्वपूर्ण वाहक भी हैं।